आपके लिए पेश है छत्रपति शिवाजी महाराज पर निबंध हिंदी में (Chatrapati Shivaji Maharaj Essay In Hindi) इस निबंध में छत्रपति शिवाजी महाराज की काफी सारी जानकारी दी गयी है।
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छत्रपति शिवाजी महाराज हिंदी निबंध
प्रस्तावना : भारत भूमि पर अनेकों ऐसे वीरों ने जन्म लिया है, जिनकी वीर गाथा सदैव के लिए अमर हो चुकी है। ऐसे महान वीरों में छत्रपति शिवाजी का नाम सर्वोपरि है।
जन्म परिचय व शिक्षा : शिवाजी का जन्म सन् 1677 ई. में पूना के पास शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। इनके पिता शाहजी भोसले बीजापुर रिसायत में उच्च सैनिक पद पर कार्यरत थे। इनकी माता जीजाबाई एक साध्वी, सदाचारिणी तथा गुणवती महिला थी। हिन्दुओं के महान वीर पुरुषों की जीवन गाथाएँ सुना-सुनाकर जीजाबाई ने अपने पुत्र के मन में धर्म तथा जाति रक्षा का भाव कूट-कूटकर भर दिया था। शिवाजी के दादा कौंडयेव ने बचपन से ही इन्हें युद्ध कौशल तथा शासन-प्रबन्ध की शिक्षा देनी आरम्भ कर दी थी।
सेना संगठन : शिवाजी बचपन से ही मराठा बालकों के लघु दल बनाकर कृत्रिम युद्ध किया करते थे। शिवाजी के पिता शाहजी चाहते थे कि शिवाजी बीजापुर राज्य में उच्च पद प्राप्त कर लें, लेकिन उन्होंने अपनी सेना की सहायता से बीजापुर के दुर्गों पर चढ़ाई करना आरम्भ कर दिया था। मात्र 19 वर्ष की आयु में ही शिवाजी ने तोरण, सिंहगढ़ आदि किलों पर कब्जा कर लिया था।
बीजापुर के शासक अफजल खाँ से युद्ध : अपनी शक्ति बढ़ाने के. लिए शिवाजी ने बीजापुर में लूटमार शुरू कर दी । यह सब बीजापुर के शासक अफजल खाँ से सहन नहीं हुआ । वह शिवाजी को धोखे से कैद करना चाहता था। उसने शिवाजी को बातचीत कराने के बहाने बुलवा भेजा । लेकिन शिवाजी अफजल खाँ के छल-कपट से भली-भाँति परिचित थे। प्रतापगढ़ के किले के पास उनकी भेंट हुई, अफजल खाँ ने जैसे ही शिवाजी पर छुरे से वार किया, त्यों ही शिवाजी सँभल गए लेकिन शिवाजी के वार से अफजल खाँ बच नहीं पाया और मृत्यु को प्राप्त हुआ।
बन्दीगृह से पलायन : मुगल सम्राट औरंगजेब को भी शिवाजी ने बेचैन कर दिया था। औरंगजेब ने शिवाजी की शक्ति को कुचलनें के लिए शाईस्ता खाँ को भेजा। औरंगजेब ने शिवाजी को राजा जयसिंह के माध्यम से आगरा में अपने किले में बुलवाया। वहाँ पर शिवाजी का उचित सम्मान नहीं हुआ। इस पर शिवाजी नाराज हो गए तो उन्हें बन्दी बना दिया गया। अब शिवाजी वहाँ से पलायन के बारे में सोचने लगे। एक दिन मिठाई के टोकरे में बैठकर बहाँ से भागने में शिवाजी सफल हो गए।
निष्कर्ष : आगरा से लौटकर शिवाजी ने अनेकों प्रदेशों पर विजय प्राप्त की। सन् 1674 ई. में शिवाजी का राजतिलक हुआ। रायगढ़ को उन्होंने अपनी राजधानी बनाया और वहीं पर: सन् 1680 ई. को उनका स्वर्गवास हो गया।
छत्रपति शिवाजी महाराज हिंदी निबंध PDF
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