मराठी शुद्धलेखन व शुद्धशब्द | Marathi Shuddha Lekhan With Marathi Shuddha Shabd
तुम्हा सर्वां साठी सादर करीत आहे मराठी व्याकरण मदले मराठी शुद्धलेखन आणि शुद्ध शब्द (marathi shudha lekhan ani shudh shabd in marathi grammer).
शुद्धलेखन लेखनविषयक नियम
1) अनुस्वार : स्पष्टोच्चारित अनुनासिकाबद्दल शीर्षबिंदू द्यावा.
उदा.- चिंच, आंबा, तंटा, निबंध
2) तत्सम शब्दातील अनुनासिकाबद्दल विकल्पाने पर-सवर्ण लिहिण्यास हरकत नाही. मात्र अशावेळी अनुस्वारानंतर येणाऱ्या अक्षराच्या वर्गातील अनुनासिकच पर-सवणीषी म्हणून वापरावे.
उदा. पंडित = पण्डित, अंबुज = अम्बुज, अंतर्गत = अन्तर्गत
3) संस्कृत नसलेले मराठी शब्द शीर्ष बिंदू ( अनुस्वार) देऊनच लिहावेत.
उदा. संप, दंगा, खंत हे शब्द सम्प,दडगा, खन्त असे लिहू नयेत.
4) अर्थभेद स्पष्ट करण्यासाठी कधी कधी पर-सवर्ण जोडून शब्द लिहिणे योग्य ठरते.
वेदांत- वेदांमध्ये, वेदान्त - ब्रह्मज्ञान
शालांत - शाळांमध्ये, शालान्त - शाळेचा शेवट
देहांत - देहामध्ये, देहान्त - मृत्यू
5) नामांच्या व सर्वनामांच्या अनेकवचनी सामान्यरूपांवर विभक्ती प्रत्यय व शब्दयोगी अव्यय लावताना अनुस्वार द्यावा.
उदा. मुलांनी, घरांपुढे, त्यांच्या, लोकांना
6) आदरार्थी बहुवचनाच्या वेळीही असा वरीलप्रमाणेच अनुस्वार द्यावा.
उदा. - मुख्यमंत्र्यांचा, आपणांस, शिक्षकांना, अध्यक्षांचे ही.
ऱ्हस्व - दीर्घ
1) मराठीतील तत्सम इ-कारान्त आणि उ-कारान्त शब्द दीर्घान्त लिहावे.
उदा. कवी, बुद्धी, गती, हरी, मनुस्मृती, मती, प्रीती, गुरू, पशू ,वायू
2) मराठी इ-कारान्त व उ-कारान्त शब्द दीर्घान्त लिहावेत.
मी, आई, पेरू, टोपी, वासरू, पाटी, जादू, पैलू
3) सामासिक शब्द लिहिताना समासाचे पूर्वपद (पहिला शब्द) तत्सम र्हस्वान्त अनी तर ते पूर्वपद ऱहस्वान्तच लिहावे व वीर्घान्त असेल तर ते दीर्घान्त लिलावें.
उदा. - कविचरित्र, गुरुदक्षिणा, प्रशुपक्षी, लघुकथा,:भातुविलास, हरिकृपा, सृष्टिसौंदर्य लक्ष्मीपुत्र, वधूबर, नदीतीर, भूगोल
4) तत्सम अव्यये व्हस्वात लिहावीत.
उदा. - परंतु, यथामति, तथापि, अति, इति ब नि आणि ही दोन-मराठी अव्यये ऱ्हस्वान्त लिहावीत.
5) (अ) मराठी शब्दांतील अकारान्तापूर्वीचे इकार व उ-कार दीर्घ लिहावेत.
उदा. - तूप, मूल, ऊस, वीट, पीठ, विहीर, फूल, बहीण, गरींब, वकील
(ब) परंतु तत्सम अकारान्त शब्दातील उपान्त्य इ-कार किंवा ई-कार मूळ संस्कृतातल्याप्रमाणे ऱ्हस्व किवा दीर्घ ठेवावा.
उदा. - गुण, विष, रसिक, कौतुक, शूर, शरीर, गीत, मंदिर, तरूण, कुसुम, प्रिय
6) (अ) मराठी शब्दातील शेवटचे अक्षर दीर्घ असेल तर त्यातील उपान्त्य इ कार किंवा उ कार ऱ्हस्व असतो.
उदा. - किडा, विळी, पिसू, सुरू, पाहिजे, महिना, हुतुतू
(ब) तत्सम शेवटचे अक्षर दीर्घ असले तरी त्यातील उपान्त्य इ कार किंवा उ कार संस्कृतातल्याप्रमाणे ऱ्हस्व किंवा दीर्घ ठेवावा.
उदा. - पूजा, पीडा, परीक्षा, क्रीडा, प्रतीक्षा, नीती, अतिथी, प्रीती, गुरू, समिती
7) (अ) मराठी शब्दांतील जोडक्षरापूर्वीचे इ कार व उ कार सामान्यत: ऱ्हस्व असतात.
उदा. - कुस्ती, पुष्कळ, शिस्त,- दुष्काळ, पुस्तक
(ब) परंतु तत्सम शब्द मूळ संस्कृतप्रमाणेच लिहावेत.
उदा. तीक्ष्ण, पूज्य, चरित्र, प्रतीक्षा, मित्र, पुण्य, गीष्म, नावीन्य, सूक्ष्म, कनिष्ठ, दुग्ध
8) (अ) मराठी व तत्सम शब्दातील इ कारयुक्त व उ कारयुक्त अक्षरांवर अनुस्वार असल्यास ती अक्षरे सामान्यतः ऱ्हस्व असतात.
उदा. - चिंच, लिंबू, तुरुंग, उंच, लिंग, अरविंद, बिंदू
(ब) तसेच विसर्गापूर्वीचे इ कार व उ कार सामान्यतः ऱ्हस्व असतात.
उदा. - छिः, थु:, दुःख, निःशस्त्र
9) मराठी शब्दांचा उपान्त्य ई कार किंवा ऊ कार उभयवचनी सामान्यरूपाच्या वेळी ऱ्हस्व लिहावा.
उदा. - गरीब- गरिबाला, विहीर- विहिरीत, जमीन - जमिनीचा, चूल - चुलींला परंतु तत्सम शब्द दिर्घच लिहावेत जसे - परीक्षा - परीक्षेला, दूत – दूताला
10) तीन अक्षरी मराठी शब्दाचे पहिले अक्षर दीर्घ असेल तर अशा शब्दाच्या सामान्य रूपात उपान्त्य ई-ऊ यांच्याजागी 'अ' आल्याचे दिसते.
उदा. - बेरीज - बेरजेत, लाकूड - लाकडाला, काळीज - काळजात.
11) पुल्लिंगी शब्दाच्या शेवटी “सा' आल्यास त्या जागी सामान्यरूपाच्या वेळी 'शा' होतो.
उदा. घसा - घशाला, ससा- सशाला, मासा - माशांना
12) तीन अक्षरी शब्दातील मधले अक्षर 'क' किंवा 'प' चे द्वित्व असेल तर उभयवचनी सामान्य़ रूपाच्या वेळी हे द्वित्व नाहीसे होते.
उदा. रक्कम - रकमेला, छप्पर- छपरांना, दुप्पट - दुपटीत, चप्पल-चपलांना
13) मधल्या 'म' पूर्वीचे अनुस्वारसहित अक्षर उभयवचनी सामान्य रूपाच्या वेळी अनुस्वारविरहित होते.
उदा. किंमत - किमतीला, गंमत - गमतीने, हिंमत - हिमतीने
14) धातूला 'ऊ' आणि 'ऊन' प्रत्यय लावताना धातूच्या शेवटी व असेल तर वू वून अशी रूपे होतात, पण धातूच्या शेवटी व नसेल तर ऊ, ऊन अशी रूपे होतात.
उदा. - धाव- धावून, ठेव - ठेवून, जेव - जेवून, धू - धुऊन, गा- गाऊन, जा - जाऊन
शुद्ध अशुद्ध शब्द मराठी
sr | अशुद्ध | शुद्ध |
---|---|---|
1 | दृडमूल | दृढमूल |
2 | दुषणीय | दूषणीय |
3 | दूरीत | दुरित |
4 | दुष्टीकोन | दृष्टिकोन |
5 | दवितिया | द्वितीया |
6 | दुष्टिगोचर | दृष्टिगोचर |
7 | दुरावस्था | दुरवस्था |
8 | द्रवीड | द्रविड |
9 | द्रविडि | द्राविडी |
10 | दिपावली | दीपावली |
11 | दूर्मिळ | दुर्मिळ |
12 | देहातुन | देहातून |
13 | दिर्घ | दीर्घ |
14 | दुष्टिक्षेप | दृष्टिक्षेप |
15 | द्विपकल्प | द्वीपकल्प |
16 | दशेंद्रीये | दशेंद्रिये |
17 | दुतवास | दूतावास |
18 | दुश्चीन्ह | दुश्चिन्ह |
19 | ध्वनिफित | ध्वनिफीत |
20 | धुमधडाका | धूमधडाका |
21 | धिरोदत्त | धीरोदात्त |
22 | र्धर्म | धर्म |
23 | धुमकेतु | धूमकेतू |
24 | ध्रूव | ध्रुव |
25 | निर्रभ्र | निरभ्र |
26 | नीयूक्त | नियुक्त |
27 | नाविन्य | नावीन्य |
28 | निझर्र | निर्झर |
29 | नीयमित | नियमित |
30 | नीर्भय | निर्भय |
31 | नीष्कलंक | निष्कलंक |
32 | निरद | नीरद |
33 | निलिमा | नीलिमा |
34 | नीर्मल | निर्मल |
35 | नकूल | नकुल |
36 | निती | नीती |
37 | नीर्भीड | निर्भीड |
38 | नितिवंत | नीतिवंत |
39 | निगडीत | निगडित |
40 | नुतनीकरन | नूतनीकरण |
41 | नीष्कारण | निष्कारण |
42 | नदीतिर | नदीतीर |
43 | नीशेधार्ह | निषेधार्ह |
44 | नागरीक | नागरिक |
45 | निसंग | नि:संग |
46 | नीष्कांचन | निष्कांचन |
47 | नीर्जन | निर्जन |
48 | नीरुपण | निरूपण |
49 | नीर्मळ | निर्मळ |
50 | निरिक्षण | निरीक्षण |
51 | नेतृत्वगूण | नेतृत्वगुण |
52 | नीर्मिती | निर्मिती |
53 | नुपूर | नूपुर |
54 | परीपाक | परिपाक |
55 | परिक्षित | परीक्षित |
56 | पूण्य | पुण्य |
57 | प्रतिक्षा | प्रतीक्षा |
58 | पांढरि | पांढरी |
59 | पक्षि | पक्षी |
60 | प्रिती | प्रीती |
61 | परिट | परीट |
62 | प्रतीकार | प्रतिकार |
63 | प्रतीष्ठा | प्रतिष्ठा |
64 | प्रवीण्य | प्रावीण्य |
65 | परीपूर्णता | परिपूर्णता |
66 | परिक्षा | परीक्षा |
67 | पाउलखूणा | पाऊलखुणा |
68 | पूत्र | पुत्र |
69 | पंचांरती | पंचारती |
70 | पवीत्र | पवित्र |
71 | पूष्प | पुष्प |
72 | पांडूरंग | पांडुरंग |
73 | परीनती | परिणती |
74 | पाश्चात्य | पाश्चात्त्य |
75 | पुरस्थिती | पूरस्थिती |
76 | प्राप्तीकर | प्राप्तिकर |
77 | पाणीग्रहण | पाणिग्रहण |
78 | पारितोषीक | पारितोषिक |
79 | प्रदक्षीणा | प्रदक्षिणा |
80 | परीसर | परिसर |
81 | प्राविण्य | प्रावीण्य |
82 | परीच्छेद | परिच्छेद |
83 | प्रस्थावना | प्रस्तावना |
84 | पितांबर | पीतांबर |
85 | प्रतीकूल | प्रतिकूल |
86 | पत्नि | पत्नी |
87 | पारंपारीक | पारंपरिक |
88 | पापभिरु | पापभीरू |
89 | प्रतीनीधी | प्रतिनिधी |
90 | पुजनीय | पूजनीय |
91 | परीशीलन | परिशीलन |
92 | पुनर्वालोकन | पुनरवलोकन |
93 | पाश्चीमात्य | पाश्चिमात्य |
94 | प्रतिश्या | प्रतीक्षा |
95 | प्रतीबंध | प्रतिबंध |
96 | परंतू | परंतु |
97 | परिस्थीति | परिस्थिति |
98 | पाहूणचार | पाहुणचार |
99 | प्रातस्काल | प्रात:काल |
100 | पलिकडे | पलीकडे |
101 | पातीशिल | प्रगतिशील |
102 | पथारि | पथारी |
103 | पुर्वपिठिका | पूर्वपीठिका |
104 | फूले | फुले |
105 | बलिष्ट | बलिष्ठ |
106 | बुद्धीमांदय | बुद्धिमांदय |
107 | बधिर | बधीर |
108 | बहीर्मूख | बहिर्मुख |
109 | भानुदय | भानूदय |
110 | भाउ | भाऊ |
111 | भ्रष्ट्राचार | भ्रष्टाचार |
112 | भीष्मप्रतीज्ञा | भीष्मप्रतिज्ञा |
113 | भुपेंद्र | भूपेंद्र |
114 | माणूसकि | माणुसकी |
115 | मजुर | मजूर |
116 | मनस्थीती | मन:स्थिती |
117 | म्हणुन | म्हणून |
118 | महीना | महिना |
119 | महात्वाचे | महत्त्वाचे |
120 | मागमुस | मागमूस |
121 | महिपाल | महीपाल |
122 | महीना | महिना |
123 | राहाणे | राहणे |
124 | लघुत्तम | लघुतम |
125 | लीपि | लिपी |
126 | वंसत | वसंत |
127 | वैग्यानीक | वैज्ञानिक |
128 | वार्षीक | वार्षिक |
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Deleteकृषी
ReplyDeleteSarvkalik ha ksa lihaycha
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